This page every word give you good thought please read all pages.here is My routine , knowledge,Dreams ,Nice Story,Health,Food,News.............. Thanks LOVE U ALL .

Tuesday, March 30, 2021

How to avoid riot and loss of government property,दंगा और सरकारी संपत्ति के नुकसान से कैसे बचा जाय।

How to avoid riot and loss of government property. 

Today we are traveling in the metro. And every country is running a bullet train. 

And the country which does not have better facilities keeps trying to provide better and new facilities to its citizens in every way for its citizens. 

Government should belong to any party, but every party keeps bringing new plans to please every citizen of our country. 

New hospitals, new ambulances and new trains are available to the public to try to keep up. And said bridge is needed, said road - school, college is needed and after trying to find it, it is trying to give it to its citizens as soon as possible.

 Every country, small or big, gives every comfort to the citizens of their country and keeps trying to give even better than that. 

But now a new fashion and phase has started. 

 To not meet their demand, some groups uproot the government goods of their own country such as bus, train, road, ambulance, hospital and even train. How many crores of Millions are causing damage to their country due to such losses.

How to avoid riot and loss of government property.

And whatever is the object or the same everywhere, for whom is it all, the bus, the train, the ambulance is there for all of us. But now every country will have to take a tough decision to deal with such incidents and in the future there will be no reverting to Again.

 For example, any individual, group, crowded public who is causing damage to government property should be identified and sold their house and bank account to compensate for these government property. 

Only then will all this stop and follow strict rules and there will be no innocence in it. Just as we collect our house uniformly and make our house our own, then we keep decorating the inside of the house and bringing every one of our needs equally one by one.

 Stay the same way in the country as you keep your friends inside your home and look after them. The way to protest can be done even more peacefully. 

If you are angry with someone inside your house, don't you stay together? (we are leaving)

 Be happy, all of you and be cool and be healthy. 

As your home is also your country. 

 And we are all on the same earth, so we are all the same. 

Thank all of you ...(if you have any question please send me message)

 Your sharad.............Dhan Nirankar Ji

 

 

 

 

 

दंगा और सरकारी संपत्ति के नुकसान से कैसे बचा जाय। 


आज हम मेट्रो मे सफर कर रहे है। 

और हर एक देश बुलेट ट्रेन चला रहा है। 

और जिन देश मे बेहतर सुविधा नही है वह देश अपने जनता अपने नागरिको के लिए हर तरह से बेहतर और नई नई सुविधा देने की कोशीश करता रहता है। 


सरकार किसी भी पार्टी की हो, पर हर पार्टी अपने देश के हर नागरिको को खुश करने के लिए नये नये प्लान लाते रहते है। 


नये नये अस्पताल नये नये एंबुलेंस नये नये नये ट्रेन जनता के लिए उपलब्ध कराने की कोशीश मे हमेसा लगे रहते है। 


और कहा पुल की जरूरत है कहा सड़क - स्कूल ,कॉलेज की जरूरत है  उसको पता करके उसको जल्द से जल्द अपने नागरिको को देने की कोशीश सरकार करती रहती है। 


हर एक देश  छोटा हो या बड़ा अपने देश के नागरिको को हर सुख सुविधा देती हैं और उससे भी बेहतर देने की कोसीस करती रहती हैं। 


पर अब नया फैशन और दौर शुरू हो गया है। 


अपने माँग को मनवाने के लिए कुछ समूह व्यक्ति द्वारा अपने ही देश के सरकारी सामानों जैसे - बस, ट्रेन, सड़क, एंबुलेंस, अस्पताल और यहाँ तक की ट्रेन की पट्रिया भी उखाड़ देते है। 


इस तरह के नुक्सान से अपने देश को कितने करोड़ो अरबो का नुक्सान होता है ।  और हर एक जगह वस्तु या समान जो भी है किसके लिए है वो सब बस, ट्रेन, एंबुलेंस हम सभी के लिए ही तो है। 


पर अब हर एक देश को इस तरह के घटनाव से निपटने के लिए और भविस्य मे ऐशा ना हो दुबारा इसके लिए कड़ा फैसला लेना होगा हर एक सरकार को। 


जैसे की जिस किसी व्यक्ति विशेष, समूह, भीड़ वाली जनता जो सरकारी संपत्ति को नुक्सान पहुँचा रही हो उनकी पहचान करके उनके घर और बैंक एकाउंट को बेच करके इन सरकारी संपत्ति की भरपाइ करनी चाहिए। तभी यह सब रुकेगा कड़े नियम के साथ पालन करना चाहिए और इसमें कोई बेगुनाह न फसे इसका भी ध्यान देना होगा। 


जैसे हम अपने घर को एक एक समान  इकट्ठा करके घर अपना बनाते है फिर घर के अंदर को सजाने स्वारने और अपने जरूरत के हर समान एक एक करके लाते रहते है वैसे ही सरकार भी करती है। 


देश मे ठीक वैसे ही रहे जैसे अपने घर के अंदर अपने समान को संभाल ते रहते है और उनकी देख रेख करते रहते है। 


विरोध करने का तरीका और भी शांती से किया जा सकता है। 


अपने घर के अंदर किसी से नाराज होते है तो क्या साथ मे रहना छोङ देते है नही। 


खुश रहे आप सभी और मस्त रहे और स्वस्थ रहे। 


जैसे आपका घर वैसे ही आप का देश भी है। 


और हम सभी एक ही पृथ्वी पर है तो हम सब एक ही है। 


Love you all

Your sharad

Share:

Sunday, March 28, 2021

Life and we all

Life and  we all......... 

For whom are we earning and who want to impress with the money earned ??? 

Do you remember that, * What did you eat at someone's wedding two days ago ??? * 

 In the early years of life * Why do we work like animals ??? * 

How many generations do we have to arrange for food and child care ??? * 

Most of us have two children. Many have only one child, and some have left halfway through their marriage. How much are our needs and * how much do we want to get ??? * 

 Are our * next generation not able to earn whatever, we want to save as much as possible for such worthless needs!?! *

 Can't we spare * one and a half days a week for our friends, our family and ourselves ??? * 

Do you spend 5% of your monthly income for your enjoyment, for your happiness ??? *

 * Normally the answer is no. * 

 * Why can not we earn as well as enjoy ???

 Take time to get pleasure before * colostrol blocks your heart, stomach becomes just a drugstore, before you fall prey to slip discs !!! *

 * We are not the owner of any property, only some papers, some documents have our name written on it temporarily. * 

 * God also laughed sarcastically when someone would say to him, "I own this piece of land" !! * 

Regarding someone, * Don't be judged by looking at his great clothes and nice car. *

 It is not wrong to be rich * rather it is wrong to be just rich. *

 * Let's catch life, before life catches us ... *

 One day * We will all be separated from our religion, just to say and show each other that there are more people with me, then we will miss our words, our dreams. * 

Days, months, years will pass, maybe there will never be any contact. One day, seeing our very old picture, our children will ask us, "Who are these other people in the picture ??" * 

 * Like home, this is the earth in which all of us, small and big, weep, sorrow, happiness, love hate, we keep on crying, in this house like earth *

 * I have grown up, how many generations have been over in older years, did we not say all this or my pride, and nothing else, when age comes out, then I am older, I grow up * 

 * Then we will smile and say with a great smile with my invisible tears --- "These are the people with whom I have spent the best days of my life." * 

 ....... Think .... take Otherwise… ..

you are only passing the year ..

 

 

 

 

 

 हम किसके लिये कमा रहे और कमाये हुए पैसे से किसे इम्प्रेस करना चाहते हैं ???


क्या आपको याद है कि, *दो दिन पहले किसी की शादी पर आपने क्या खाया था ???*


जीवन के प्रारंभिक वर्षों में *क्यों हम पशुओं की तरह काम में जुते रहते हैं ???*


कितनी पीढ़ियों के *खान पान और लालन पालन की व्यवस्था करनी है हमें ???*


हम में से *अधिकाँश लोगों के दो बच्चे हैं। बहुतों का सिर्फ एक बच्चा है और कुछ तो शादी से ही कोसो दूर आधी उम्र तक निकल आये।


हमारी जरूरत कितनी हैं और *हम पाना कितना चाहते हैं ???*


क्या हमारी *अगली पीढ़ी कमाने में सक्षम नहीं है जो, हम ऐसे निकम्मो के लिए ज्यादा से ज्यादा सेविंग कर देना चाहते हैं !?!*


क्या हम *सप्ताह में डेढ़ दिन अपने मित्रों, अपने परिवार और अपने लिए स्पेयर नहीं कर सकते ???*


क्या आप *अपनी मासिक आय का 5 % अपने आनंद के लिए, अपनी ख़ुशी के लिए खर्च करते हैं ???*

*सामान्यतः जवाब नहीं में ही होता है।*


*हम कमाने के साथ साथ आनंद भी क्यों नहीं प्राप्त कर सकते ???*


इससे पहले कि *आप स्लिप डिस्क्स का शिकार हो जाएँ, इससे पहले कि, कोलोस्ट्रोल आपके हार्ट को ब्लॉक कर दे, पेट सिर्फ दवा की दुकान बन जाये, आनंद प्राप्ति के लिए समय निकालिए !!!*


*हम किसी प्रॉपर्टी के मालिक नहीं होते, सिर्फ कुछ कागजातों, कुछ दस्तावेजों पर अस्थाई रूप से हमारा नाम लिखा होता है।*


*ईश्वर भी व्यंग्यात्मक रूप से हँसेगा जब कोई उसे कहेगा कि, " मैं जमीन के इस टुकड़े का मालिक हूँ " !!*


किसी के बारे में, *उसके शानदार कपड़े और बढ़िया कार देखकर, राय कायम मत कीजिए।*


धनवान होना गलत नहीं है *बल्कि सिर्फ धनवान होना गलत है।*


*आइए जिंदगी को पकड़ें, इससे पहले कि, जिंदगी हमें पकड़ ले...*


एक दिन *हम सब अपने अपने धर्म कर्म से जुदा हो जाएँगे, बस कहने को है और एक दूसरे को दिखाने को है की मेरे साथ ज्यादा लोग हैं, तब अपनी बातें, अपने सपने हम बहुत मिस करेंगे।*


*दिन, महीने, साल गुजर जाएँगे, शायद कभी कोई संपर्क भी नहीं रहेगा। एक रोज हमारी बहुत पुरानी तस्वीर देखकर हमारे बच्चे हम से पूछेंगे कि, " तस्वीर में ये दुसरे लोग कौन हैं ?? "*

*घर की तरह ही ये पृथ्वी है जिसमें हम सभी छोटे बड़े, रोते हस्ते, दुख सुख, प्यार नफ़रत , रूठना मनाना लगा रहता है इस घर रूपी पृथ्वी में*

*मै बड़ा हम बड़े मे कितनी पीढ़िया खत्म हो गई मिला क्या कुछ नही ये सब अपना वहम कहे या घमण्ड और कुछ नही जब समय उम्र निकल जायेगा तब फिर मै बड़ा हम बड़े*

*तब हम मुस्कुराकर अपने अदृश्य आँसुओं के साथ बड़े फख्र से कहेंगे---" ये वो लोग हैं, जिनके साथ मैंने अपने जीवन के बेहतरीन दिन गुजारे हैं। "*


.......

सोचें .... लें

वरना .....यू ही साल तो गुज़र ही रहें हैं..


🙏🏻

Share:

Tuesday, March 23, 2021

Story ....Nirankari person

:- Tu Hi Nirankar :- 

Trust

✍️ A Nirankari Mahatma who lived in Mumbai, a very gentleman, wanted to serve his Nirankari Mahatma people ji but he said that there should be a real sense, just some money was needed, for this he collected all his money which was almost When he got only 1000 rupees  .

he thought that Mahatma ji seems to have less money, what to do if something goes up, then he bought some plastic toys with those money and then went to sell on the roadside .



 there was still some delay. They put their toys on the roadside, a car rider got their toys under their wheels and their plastic toys broke and the car rider smiled and walked away. 

Now Mahatma ji kept looking at that car driver a tuck and then he started collecting off his unbroken toy, saying you are Nirankar. 

and he is saying own word Tu he Nirankar mai tere saranhar mainu baksh lo (thanks god) and then the next day and the next day his Two days later, the same person came to the street to sell the leftover toy.

 and the person with the same car came and folded his hands and started apologizing and asked you to forgive me. 

Because of me, you were at a loss, Mahatma ji immediately said what was to be done(that time and days gone), 

The car driver take some money out of his pocket and started giving it to Mahatma ji, and Mahatma ji refused, then that car driver said this to you Keep the money.

 I have not been able to sleep for two days. These Nirankari Guru Ji's photo has been kept here, these days I come here in my dream, you should keep this money so that the blessing of Nirankari Guru Ji can be made on me as well.

then Mahatma ji took that money and he got the whole three thousand Rupees were paid by Mahatma ji to the Guru, and mahatma ji yourself and covered your toys and started walking for satsung on and that toys hang on the same tree.

 then the people there said that someone will pick them up, then they themselves made their toys on the same tree, their Nirankari Guru. Hanged with his photo for his satsang, for which he had thought, then after returning from satsang after two months.

 Mahatma ji's toys got the same hanged. So- TU HE NIRANKAR MAI TERE SARAN HAR MAINU BAKSH LOO.

🙏 (here is one word Mahatama ji came many times ....its means Nirankari all of people we are called Mahatma ji)

 If there has been any mistake in writing to me, then all of you Mahatma ji people should forgive me. Your Sharad 

🙏  Dhan Nirankar Ji 🙏

 

 

 ✍️ (your Sharad) .. Dhan Nirankar Ji.    

 

 

 

Tu hi Nurankar

भरोसा निरंकार पे 

मुंबई मे एक निरंकारी महात्मा जो की बहुत ही सज्जन जी रहते थे वो अपने निरंकारी महात्मा जी लोगो की सेवा करना चाहते थे पर   कहते है ना सच्चा भाव होना चाहिए , बस कुछ धन की आवस्यकता थी इसके लिए उन्होंने अपने सारे पैसे एकठ्ठे किये जो की लगभग सिर्फ 1000 रुपये हुए तो उन्होंने सोचा महात्मा जी ने ये पैसे कुछ कम लग रहे है क्या किया जाए की कुछ बढ़ जाये तो फिर उन पैसों से उन्होंने कुछ प्लास्टिक के खिलौने खरीदे और फिर सड़क किनारे बेचने के लिए गये -  अभी कुछ ही देर हुए थे उनके सड़क किनारे अपने खिलौने लगाए हुए की एक कार सवार के पहियों के नीचे उनके खिलौने आ गए और उनके प्लास्टिक के खिलौने टूट गए और वो कार सवार हस कर मुस्कुरा कर चला गया। अब महात्मा जी उस कार चालक को एक टक देखते रह गए और फिर उन्होंने तु ही निरंकार कह कर अपने बचे हुए खिलौने को समेटने लगे और तु ही निरंकार मै तेरी शरण हार मैनु बख्श लो कह कर चल दिए फिर दूसरे दिन और उसके अगले दिन अपने बचे हुवे खिलौने को बेचने के लिए आ जाते वही सड़क किनारे दो दिन बाद वही कार वाला व्यक्ति आया और अपने हाथ जोड़ कर माफ़ी मांगने लगा बोला आप मुझे छमा करे। मेरे कारण आप का नुकसान हो गया महात्मा जी ने तुरंत बोला जो होना था हो गया जाने दीजिये इसपर उस कार चालक ने अपने जेब से कुछ रुपये निकाल के महात्मा जी को देने लगे और महात्मा जी मना करने लगे तब उस कार चालक ने बोला आप ये पैसे रख लीजिए मै दो दिन से सो नही पा रहा हूँ। ये आप ने जिन निरंकारी गुरु जी की फोटो लगा रखा है यहाँ पे ये रोज मेरे सपने मे आते है आप रख लीजिए ये रुपए जिस से निरंकारी गुरु जी का आशीर्वाद मुझ पे भी बन जाए तब महात्मा जी ने वो पैसे लिए और वो पूरे तीन हजार रुपये थे महात्मा जी ने गुरु को प्रणाम करा और तु ही निरंकार करके अपने खिलौनों को समेट कर वही पेड़ पर टांग कर चलने लगे तब वहाँ के लोगो ने बोला कोई उठा ले जायेगा तब उन्होंने तु ही निरंकार करके वही पेड़ पर अपने खिलौने अपने निरंकारी गुरु के फोटो के साथ टांग कर अपने सत्सङ्ग के लिए चल दिये जिसके लिए उन्होंने सोचा था फिर सत्सङ्ग से दो महीने बाद लौटने पर महात्मा जी के खिलौने वही टंगे हुवे मिले। 


तु ही निरंकार मै तेरी शरण हार मैनु बख्श लो। 


अगर मुझ से लिखने मे कही कोई गलती हुई हो तो आप सभी महात्मा जी लोग मुझे छमां करे। 


आप का अपना शरद

धन निरंकार जी

Share:

Unordered List

Followers yourSharad

Followers yourSharad

Search This Blog

Powered by Blogger.

Labels

About Me

My photo
IT Engineer Hardware and Networking

Recent Posts

Unordered List

Pages

Theme Support